नई दिल्ली: अगर आपको अभी तक ऐसा लग रहा है कि आपका ए.टी.एम. कार्ड आपके सेविंग अकाऊंट के साथ फ्री में मिल रहा है तो आपको जरा चैक करने की जरूरत है। क्योंकि बैंक अब ए.टी.एम. कार्ड के नाम पर कस्टमरों की जेब काटने लग पड़े हैं। बताते चलें कि कुछ बैकों ने अपने ए.टी.एम. कार्ड के वार्षिक चार्ज बढ़ा दिए हैं। अब लगभग 100 रुपए से 950 रुपए तक चार्ज आपको एक वर्ष में चुकाने पड़ेंगे। तो अब यह जानने की जरूरत है कि आप किस बैंक के ए.टी.एम. कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं या फिर आपके पास कौन सा कार्ड है।
किस ए.टी.एम. कार्ड पर लगेंगे चार्ज
आई.सी.आई.सी.आई. बैंक भी अपने ए.टी.एम. कार्ड पर लगने वाले चार्ज में बदलाव लाने वाला है। इससे पहले ए.टी.एम. कार्ड पर शहरी क्षेत्रों में 150 रुपए और ग्रामीण क्षेत्रों में 99 रुपए चार्ज लगता है।
एक्सिस बैंक ने भी अपने ए.टी.एम. कार्ड पर 350 से 950 रुपए तक के चार्ज बढ़ाए हैं। एक्सिस बैंक ने भी अपने मास्टर कार्ड और टाइटेनियम कार्ड पर 350 रुपए से लेकर 950 रुपए तक चार्ज बढ़ाए हैं। इन कार्ड्स पर पहले 300 रुपए चार्ज लग रहा था।
एच.डी.एफ .सी. बैंक ने अपने ए.टी.एम. कार्ड पर 150 रुपए से लेकर 750 रुपए तक के 7 अलग-अलग चार्ज लगाए हैं। रैगुलर कार्ड पर 150 रुपए, रुपे प्रीमियम कार्ड पर 150, प्लेटिनम कार्ड पर 750 और रिवार्ड कार्ड पर 500 रुपए चार्ज लगने वाला है जो पहले 150 रुपए वार्षिक था।
चार्जिस पर बैंकों का तर्क
इससे कस्टमर का ही फायदा होगा। कुछ रिवॉर्ड प्वाइंट्स जोड़े जाएंगे और कैश बैक की सुविधा दी जाएगी। चार्ज से ही तय होते हैं कि कस्टमर को इससे कितनी सुविधा मिल रही है। फोन बैंकिंग पर लगने वाले चार्ज भी इन्हीं पैसों में जुड़ जाएंगे। जब वैबसाइट पर देखा गया तो फोन बैंकिंग के चार्ज अलग से कट रहे हैं। मतलब अभी तक चार्ज बढ़ाने की बैंक ने कोई वजह नहीं बताई है और न ही चार्ज के अनुसार सुविधा दे रहे हैं।