जबलपुर@ भारतीय मजदूर संघ और भारतीय रेल मज़दूर संघ से सम्बद्ध पश्चिम मध्य रेल्वे कर्मचारी परिषद के तत्वावधान में पुरानी पेंशन योजना की बहाली और NPS को खत्म करने के लिये चलाये जा रहे देशव्यापी अभियान के अंतर्गत आज एक कार्यशाला आयोजित की गई।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री बी सुरेन्द्रन, क्षेत्र संगठन मंत्री श्री धर्मदास शुक्ला, पश्चिम मध्य रेल्वे कर्मचारी परिषद के जोनल अध्यक्ष धीरज अग्रवाल, सहायक महामंत्री अल्पना जैन, मण्डल अध्यक्ष शैलेन्द्र गौर,कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन, के के दुबे, BMS के जिला मंत्री वसन्त गोरे, जिला अध्यक्ष रामाराव मगरधे, विभाग प्रमुख राजकुमार यादव, जोन प्रभारी किशोरीलाल रैकवार आदि ने भगवान विश्वकर्मा, भारतमाता और दत्तोपंत जी ठेंगड़ी के चित्र तथा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र गौर ने एन पी एस से सम्बंधित समस्याओं का उल्लेख किया।उन्होंने रेल को लाभ में चलने वाला उद्योग बताते हुए रेल कर्मियों को अत्यधिक परिश्रमी निरूपित किया। मुख्य वक्ता श्री बी सुरेन्द्रन जी ने ट्रेड यूनियन में सकारात्मक और रचनात्मक विरोध की जरूरत बताई, उन्होंने कहा कि हम मज़दूर के अधिकार की रक्षा और सेवा दो प्रकार से कार्य करते हैं। देश हित और उद्योग हित का संरक्षण करते हुए मज़दूरों के हितों का संवर्धन करना हमारा लक्ष्य है। उद्योग को नुकसान पहुंचाना हमारा काम नहीं है। BMS के प्रयासों से ही पिछले वर्षों में NPS में अनेक सुधार हुए हैं परंतु हम न्यूनतम गारंटीड पेंशन लिए बिना रुकने वाले नहीं हैं।सरकार को हमें OPS में बनने वाली पेंशन की गारंटी देनी होगी। NPS देश और मज़दूर दोनों के हित में नहीं है, आज बाजार के भरोसे कर्मचारी के भविष्य को नहीं छोड़ा जा सकता। बाज़ार की अनिश्चितता के चलते NPS धारकों के बुढ़ापे के सहारे के रूप में पेंशन से सामाजिक सुरक्षा की आवश्यकता पूर्ण होने की आशा नहीं है। अतः सरकार को पुरानी पेंशन योजना की बहाली करनी होगी अथवा NPS में ही अंतिम वेतन की आधी पेंशन की गारंटी देनी होगी।इसके लिए भारतीय रेल मज़दूर संघ के अभियान को पूरे देश में व्यापक समर्थन मिल रहा है।
सुरेन्द्रन जी ने रेल के विकास में रेलकर्मी और मज़दूर संघ की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारी रेल यूनिट अपनी क्षमताओं और तय लक्ष्य से बहुत अधिक कार्य निष्पादन कर रही हैं, ऐसे में निगमीकरण या निजीकरण करना रेल कर्मियों के साथ विश्वासघात है। मान्यताप्राप्त रेल यूनियनों के मौन समर्थन से रेल बोर्ड को मनमाने निर्णय करने में सहायता मिल रही है।अब समय आ गया है कि रेल कर्मचारी भारतीय रेल मज़दूर संघ के साथ आवें। उन्होंने दूसरी यूनियन से PMRKP में शामिल हुए सर्व श्री एस के गुप्ता, के के दुबे, के के पचौरी, ह्रदयेश शुक्ल, एस पी सिंह, पुष्पा द्विवेदी, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, सुरेन्द्र नाथ विश्वकर्मा आदि का स्वागत करते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग से राष्ट्रवादी मज़दूर आंदोलन और अधिक मजबूत होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए धीरज अग्रवाल ने कहा कि आज भारत के मजदूरों की भलाई के लिए वास्तविक काम केवल भारतीय मजदूर संघ द्वारा ही किया जा रहा है और एन पी एस की समाप्ति भी हमारे संघर्ष से ही होगी। यह संगठन वंशवाद, परिवारवाद और जातिवाद से नहीं बल्कि समानता की विचारधारा से चलता है। यहाँ प्रत्येक व्यक्ति को बराबरी का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने सभी रेलकर्मियों से पी एम आर के पी को मजबूत करने की अपील की ।
कार्यक्रम का सफल संचालन के के दुबे ने किया। सर्व श्री रविशंकर विश्वकर्मा, गोविन्द प्रसाद, कमलेश कुमार ,गिरीश बनकर, सर्वेश चौबे, अनिता राजपूत, साधना राय आदि का आयोजन में विशेष योगदान रहा।
(रिपोर्ट@ अमित सोनी,जबलपुर)