Breaking News

विज्ञान हमारे बचपन से ही साथ चलता है- डॉ.रॉय

जबलपुर@ राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद् नई दिल्ली के उत्प्रेरण एवं सहयोग से रांझी स्थित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय में विज्ञान जागरूकता उत्सव का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश के भौतिक वैज्ञानिक डॉ. एम.के.रॉय आईआईटीडीएम जबलपुर ने गुरूकुलम विद्यार्थियों के बीच अनेक छोटे-छोटे लो कास्ट प्रैक्टिकल करके विज्ञान के अनेक सिद्धांतों को बड़े आसान तरीके से समझाया। उन्होंने कहा कि विज्ञान हमारे बचपन से ही साथ चलता है लेकिन पढ़ाई के माध्यम से बड़े होने के बाद समझने लगते हैं। डॉ. रॉय ने न्यूटन और बर्नोली के सिद्धांतों को साधारण तरीके से समझने के लिए विद्यार्थियों को शामिल भी किया। कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर राष्टीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद् के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री सुजीत बनर्जी ने दूरभाष पर बच्चों को शुभकामनायें दीं।
विज्ञानवाणी संस्था द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में झांसी से आये स्त्रोत वैज्ञानिक डॉ. वी.के. मुदगिल ने विद्यार्थियों में वैज्ञानिक जागरूकता के लिये अनेक प्रयोगों के माध्यम से बताये साथ ही स्वच्छता, संक्रामक रोगों, हाथ धुलाई, अंधविश्वास के पीछे वैज्ञानिक तथ्य, वर्तमान वैज्ञानिक प्रगति की जानकारी दी। संस्था के विभिन्न स्रोत विद्वानों के मार्गदर्शन में हैंड्स ऑन एक्टीविटी, रिपोर्ट राईटिंग, प्रजेंटेशन एव अन्य गतिविधियों का आयोजन हुआ। इंजी. बीबीआर गाँधी ने विद्यार्थियों को थ्रीडी फिल्म के प्रदर्शन के माध्यम से किसी वस्तु के आकार के तीनों आयामों के विज्ञान को समझाया.थ्री डी फ़िल्म को ज्ञानोदय प्राचार्य एम. बेग एवं वरिष्ठ शिक्षकों ने भी बहुत रुचि के साथ देखा। महामारियों से बचाव के लिये अपनाये जाने वाली सावधानियों को भी इस कार्यक्रम में वर्किंग मॉडल एवं पोस्टर की मदद से बताया गया।
सामानांतर गतिविधि के रूप में इस विज्ञान उत्सव में जैविक खेती, वर्मीकम्पोस्टिंग, खगोलविज्ञान, किशोरी स्वास्थ्य, पोषण, पर्यावरण, जैव विविधता, वन, जल संसाधन, आजीविका पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रतिभागिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर प्राचार्य एम. बेग ने सम्पूर्ण गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन गतिविधियों के द्वारा हमारे विद्यालय के बच्चों को बहुत लाभ मिला है। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षकगण आर के सोनी, सोमेन बैनर्जी, शरद बचकइयाँ, भावना विश्वकर्मा, अर्चना दुबे, अर्चना झारिया और मंजुलता पटले सहित अतिथि शिक्षक शिक्षिकाओं ने भी इस विज्ञान उत्सव के अतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का समन्वयन किया।

About WFWJ

Check Also

14 नवम्बर ‘विश्व मधुमेह दिवस’ का उत्सव ।

स्टार भास्कर डेस्क/जबलपुर@ विश्व मधुमेह दिवस हर साल 14 नवंबर को बीमारी के बारे में …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *