स्टार भास्कर डेस्क/जबलपुर @ परशुराम धाम ग्वारीघाट में होने वाली भगवान परशुराम की महाआरती में चाइना के हमले में शहीदों को मौन श्रद्धांजली अर्पित करते हुये सभी भक्तों ने माँ नर्मदा तट में भगवान परशुराम के समक्ष यह संकल्प लिया की हमारी राष्ट्रभूमि की रक्षा करते हुये जो 20 सेनानी शहीद हुये हैं। वो भी राष्ट्र के किसी माँ के बेटे किसी बहन के भाई व किसी के माँग का सिन्दूर थे और उन्होने सम्पूर्ण राष्ट्रवासियों की रक्षा के लिये अपने प्राण भारत माता के चरणों में अर्पण कर दिये।
मंच के पण्डित अमित खम्परिया ने कहा की अगर चाइना से युद्ध होता है तो देश के समस्त युवाओं को अपनी राष्ट्रभूमि का कर्ज चुकाने के लिये 24 घन्टे अपनी जान देने और दुश्मन की जान लेने के लिये तैयार रहना होगा। प्रवक्ता धनंजय बाजपेयी ने कहा की अगर हम बॉर्डर में लड़ नही सकते तो अपने सेनानियों के उत्साह वर्धन के लिये कम से कम चाइना के समस्त उत्पादों का बहिष्कार करें। महिला शक्ति मीरा दुबे ने कहा की राष्ट्रभूमि की रक्षा में हमारे पति और बेटे भी शहीद हो जायें तो यह भारतीय नारी के लिये गर्व की बात होगी पर हम अपनी राष्ट्रभूमि का एक इंच टुकड़ा चीन को नही लेने देंगे।
महाआरती में मुख्यरूप से पण्डित अमित खम्परिया ,आर एस पान्डेय, डॉ अरुण मिश्रा ,डॉ प्रवीण पान्डेय ,यदुवन्स मिश्रा ,ज्योतिषआचार्य अर्जुन पान्डेय, नितिन मिश्रा ,धनंजय बाजपेयी ,के के दुबे ,योगेन्द्र मालवीय, माधव पान्डेय ,अनिल गोल्हानि, राजेश कुलकर्णी ,मनोज पान्डेय ,अश्वनी वैध्य ,धर्मेंद्र यादव , मीरा दुबे ,मधुमाला दुबे ,वनीता मालवीय, जागृति शुक्ला, स्वाती दीक्षित, ज्योत्श्ना पान्डेय, रागिनी गोल्हानी आदि उपस्थित रहे।
(रिपोर्ट@अमित सोनी,जबलपुर)