शहडोल@ बीहर-राजवंश के शासको द्वारा ब्योहारी नाम दिया जाना जो आज अपने व्यवहार के लिए जाना जाता है। केसरवानी समाज द्वारा रमालता गार्डन ब्योहारी में आयोजित कैरियर सेमिनार जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रो में नवीन विषयों की जानकारी एवं भविष्य में शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा क्या करे जिससे देश समाज एवं अपने जन्मभूमि का नाम कर सके। मुख्य अतिथि के रूप में नर्मदा रत्न युवा वैज्ञानिक अर्जुन ने अपने वक्तव्य में विद्यार्थियो को नवीन शोध के साथ शिक्षा में क्या चुनौतिया आती है से अवगत कराया।
अर्जुन ने कहा कि असफलता एक चुनौती है छात्रों को इसे स्वीकार करना चाहिए और उसमे जो भी कमी है उसमे सुधर कर आगे बढ़ना चाहिए । अपने वक्तव्य में अर्जुन ने बताये कि वह भी सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र रहे है विद्यालय के संस्कार एवं गुरुजन के आशीर्वाद के साथ ही वो आगे बढ़ सके है। अर्जुन ने कहा कि जिस प्रकार बांस की टोकनी में एक बार पानी भरने से पानी गिर जाता है पर यदि लगातार उसमे पानी भरते रहे तो एक समय ऐसा आता की की बांस फूल जाता हैं जिसमे हम पानी भर सकते है, ठीक उसी प्रकार किसी भी कार्य में लगातार प्रयत्न करते रहने से वह असंभव सा कार्य भी पूर्ण हो जाता है।
कार्यक्रम में कई सफल व्यक्तित्व कलाकार आर.के. बैस, इंजी रौनक गुप्ता, शिवम केशरी, डॉ. रक्षा गुप्ता, डॉ. आरती गुप्ता ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये, कार्यक्रम के सफल आयोजन में अनिल गुप्ता, इंजी. नीरज गुप्ता, शत्रुघ्न गुप्ता, रोहित गुप्ता “गुरुकुल अकादमी” आशीष गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका रही।